बाल मज़दूरी के एक कविता। बाल मज़दूरी के एक कविता।
रोक लगाओ बाल मजदूरी... सिसक-सिसक के बोल रही... रोक लगाओ बाल मजदूरी... सिसक-सिसक के बोल रही...
'वैधविक' है मेरा नाम, किस किस से छुपाएगी। 'वैधविक' है मेरा नाम, किस किस से छुपाएगी।
यूँ बस सजा, बस यह इल्तिजा बस यह इल्तिजा। यूँ बस सजा, बस यह इल्तिजा बस यह इल्तिजा।
मासूमियत...। मासूमियत...।
मासूम कन्या की उजड़ी ज़िंदगी...। मासूम कन्या की उजड़ी ज़िंदगी...।